Friday, November 14, 2008

ज्ञान अधूरा क्यों है..?

"ज्ञान अधूरा है" यह वाक्य मुझसे भी जुड़ा है और उन तमाम व्यक्तियों से भी जो ज्ञान के असीमित भंडार को खोजने व सफल होने में दिन रात प्रयासरत है, लेकिन मोक्ष की प्राप्ति के बाद भी आत्मा कहती है कि सच "ज्ञान अधूरा है"... तभी इस ज्ञान कि पूर्ति के लिए हमें बार-बार इस नश्वर संसार में जन्म लेना पड़ता है...

जिंदगी ग़मों का पुलिंदा है ... ... !!!


दोस्तों,
जिंदगी एक ऐसी जंग है जिसे न तो जीता जा सकता है और न ही मैदान छोड़कर भागा जा सकता है. केवल और केवल रण क्षेत्र में ही रहकर लड़ना पड़ता है और जिंदगी जीना पड़ता है.